अगर आपने अभी Virtual Server के बारे में सुना है और आप Virtual Server के बारे में सम्पूर्ण जानकारी पाना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये हैं। इस पोस्ट में मै आपको बताऊँगा की Virtual Server क्या होता है ? यह कैसे बनाया जाता है ? यह काम कैसे करता है और इसके क्या फायदे होते हैं ? तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ियेगा।
Virtual Server क्या है?
जैसा की आपको नाम से पता चल रहा होगा की Virtual का अर्थ होता है ऐसी चीज जो की Physically Exist नहीं करती है।
Virtual Server एक ऐसा Server होता है जो की Physically Exist नहीं करता है। ये सर्वर एक Physical Server के partitions करके बनाये जाते हैं ताकि उस Physical Server की Power को Waste होने से बचाया जा सके और आपको सर्वर पर ज्यादा Control दिया जा सके।
एक Virtual Server बनता कैसे है?
चलिए इसे काफी आसान शब्दों में समझते हैं।
मान लीजिये आपके पास एक कंप्यूटर है जिसकी Hard Disk के आपने 4 अलग-अलग Partitions बना लिए। अब इन चारो Partitions में आपने अलग-अलग Operating System Install कर दिये। तो ये चारो Partitions अलग-अलग कंप्यूटर की तरह काम करने लगे। हालाँकि हमारे पास असल में कंप्यूटर एक ही रहेगा।
इसी प्रकार से Virtual Server को बनाने के लिए हम Virtualization Technology का इस्तेमाल करके एक Physical Server के कई सारे Partitions कर लेते हैं जोकि अलग-अलग Virtual Servers की तरह काम करते हैं जबकि असल में हमारे पास एक ही Physical Server होता है।
Virtual Servers का इस्तेमाल आमतौर पर Web Hosting में किया जाता है जहाँ की ये Servers High Traffic वाली Websites को होस्ट करते हैं।
Virtual Servers आपको एक Dedicated Server की तरह ही Privacy और Customization की सुविधा प्रदान करते हैं जहाँ की आप अपने मनचाहे Operating System व अन्य Software Install कर सकते हैं।
इसके साथ ही ये आपको Dedicated Server की तरह ही Dedicated Resources भी प्रदान करते हैं। Dedicated Servers के मुक़ाबले Virtual Servers पर Websites को होस्ट करना काफी सस्ता पड़ता है। यही कारण है की आज के दिनों में VPS (Virtual Private Server) Hosting लोगो में काफी लोकप्रिय हो रही है।
Server Virtualization क्या है?
दोस्तों वैसे तो ऊपर दी हुई जानकारी से ही आपको बहुत कुछ समझ में आ गया होगा लेकिन क्यूँकि मैंने Virtualization शब्द का इस्तेमाल किया तो मुझे लगता है इसके बारे में भी थोड़ी बात कर लेनी चाहिए।
Server Virtualization एक ऐसा Idea है जिसमे की हम एक Physical Server को लेते हैं और उसे एक Virtualization Software जैसे Hypervisor का इस्तेमाल करके कई सारे Partitions में तोड़ देते हैं जोकि अलग-अलग Servers की तरह काम करने लगते हैं। इन बनाये हुए Servers को हम Virtual Servers कहते हैं।
यह सभी Virtual Servers अपना खुद का Operating System चला सकते हैं। इसका फायदा ये होता है की हम एक पूरे सर्वर को केवल किसी एक काम में न लगा कर कई सारे अलग-अलग कामो में लगा सकते हैं।
Server Virtualization के प्रकार?
Server Virtualization तीन प्रकार के होते हैं:
Virtual Machine Model या Full Virtualization:
दोस्तों इसमें हम Hypervisor जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके Virtual Servers बनाते हैं। ये सभी Virtual Servers अलग-अलग Operating Systems का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Paravirtual Machine:
यह भी Full Virtualization की तरह ही होता है और इसमें आप अलग-अलग Operating Systems का इस्तेमाल कर सकते हैं।
OS-Level:
इसमें भी सभी Users Virtual Servers को अलग-अलग इस्तेमाल कर सकते हैं। हालाँकि इसमें सभी Virtual Servers केवल एक ही Operating System का इस्तेमाल करते हैं। इसमें Hypervisor जैसे Software का इस्तेमाल नहीं होता है। आपका Operating System ही Virtual Servers बनाने का काम करता है।
Virtual Server काम कैसे करता है?
दोस्तों Virtual Server भी किसी आम Server की तरह ही काम करता है। जैसे जब इसे हम किसी वेबसाइट को होस्ट करने के लिए इस्तेमाल करते हैं तो यह अन्य प्रकार की Web Hosting में इस्तेमाल होने वाले Servers की तरह ही काम करता है।
जब कोई व्यक्ति आपकी वेबसाइट का URL अपने Web Browser के Address Bar में डालता है तो आपका Virtual Server उसकी इस Request के जवाब में आपकी Website की Files को उसके Web Browser तक पहुँचा देता है जोकि उसे आपकी वेबसाइट की तरह नजर आतीं हैं।
वर्चुअल सर्वर द्वारा होस्ट की गयी वेबसाइट में फर्क बस इतना ही होता है की इसमें Website को Shared Hosting के मुक़ाबले काफी ज्यादा resources और अच्छी स्तर की privacy मिल जाती है। हालाँकि, इस प्रकार की Web Hosting शेयर्ड होस्टिंग के मुक़ाबले थोड़ी महँगी जरूर होती है लेकिन Dedicated Server Hosting के मुक़ाबले यह काफी सस्ती होती है।
Virtual Server के फायदे:
वर्चुअल सर्वर के बहुत से फायदे होते हैं :
सस्ता होना:
अगर आप वर्चुअल सर्वर को Dedicated Server से Compare करेंगे तो आप पायेंगे की Virtual Servers काफी Cost Effective होते हैं।
कई बार हमारी जरूरते Shared Server से ज्यादा होती हैं लेकिन Dedicated Server के मुक़ाबले काफी कम होती हैं। इस परिस्थिति में Virtual Servers बहुत ही काम आते हैं।
ज्यादा Customization की सुविधा:
Virtual Servers पर आपको ज्यादा Customization की सुविधा मिलती है। क्यूँकि एक Virtual Server केवल एक ही यूजर को दिया जाता है तो आप उसे अपने हिसाब से Configure कर सकते हैं।
अगर आपकी Website या App की कुछ अलग Requirements है जोकि Shared Servers पूरे नहीं कर सकते हैं तो इस परिस्थिति में आप Virtual Servers पर अपनी Website को होस्ट कर सकते हैं।
Full Control:
Virtual Server आपको अपने सर्वर पर पूरा Control प्रदान करता है जिसका मतलब की आप उस पर अपना मनचाहा Operating System या अन्य Software Install कर सकते हैं। इसके साथ ही आप जब चाहें तब अपने Server को बंद या Restart कर सकते हैं। इससे उस Physical Server पर मौजूद अन्य Users की Websites और Apps पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
High Traffic Websites को होस्ट करने की क्षमता:
Virtual Servers आपको Dedicated Servers की तरह ही बहुत सारे Resources प्रदान करते हैं जिसकी वजह से ये आपकी High Traffic Websites को भी होस्ट करने में सक्षम होते हैं।
हालाँकि अगर आपकी वेबसाइट पर अत्यधिक ट्रैफिक आता है तो आपको Dedicated Server का ही इस्तेमाल करना पड़ेगा।
फिर भी अगर आपकी Website शेयर्ड होस्टिंग के दायरे से बाहर आ चुकी हो तो मै आपको सलाह दूँगा की आप Dedicated Hosting पर जाने से पहले एक बार VPS या Cloud Hosting को जरूर try करें। इससे हो सकता है की आपके काफी सारे पैसे बच जायें।
Server की Power और Resources को Waste होने से बचाता है:
अगर हम Virtual Servers का इस्तेमाल ना करें तो आपको Dedicated Server का इस्तेमाल करना पड़ेगा। इस स्थिति में आपके पास बहुत सारे Resources होंगे जिन्हे की हो सकता है आप पूरी तरह इस्तेमाल ही न कर पाये। इस प्रकार से उस Server की Power का भी Wastage होगा।
इसके अलावा Dedicated Server के एक मात्र यूजर आप ही होंगे तो उस पर आने वाला पूरा खर्च भी आपको ही उठाना पड़ेगा।
अगर हम Virtual Server को Web Hosting के लिहाज से न भी देखें तो भी इसके कई फायदे होते हैं जैसे :
ये जगह बचाते हैं:
अगर आप अपनी कंपनी में Virtual Servers का इस्तेमाल करेंगे तो आपको Physical Servers कम इस्तेमाल करने पड़ेंगे जिसकी वजह से आपकी कंपनी में जगह की बचत होगी।
बिजली पर आने वाले खर्च बचेगा:
अगर आप Virtual Servers का इस्तेमाल करेंगे तो इसका मतलब आप कम Physical Servers इस्तेमाल करेंगे जिसकी वजह से उनको चलाने में आने वाला खर्च बचेगा। साथ ही कम Server मतलब कम Maintenance की Requirement जिसकी वजह से आपका थोड़ा और पैसा बचेगा।
ये Independent User Environment बनाते हैं:
दोस्तों क्यूँकि Virtual Servers अलग-अलग Servers की तरह काम करते हैं तो अलग-अलग Users इन्हे Separately इस्तेमाल कर सकते हैं। आप एक Virtual Server पर काम कर सकते हैं बिना दूसरे Virtual Servers को affect किये।
यहाँ तक की आप अपने Virtual Server को कभी भी बंद या चालू कर सकते हैं इससे दूसरे Virtual Servers पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।